आज दिनाँक 24 अप्रैल 2025 को आगामी चारधाम यात्रा 2025 की तैयारियों और संभावित आपदा प्रबंधन की चुनौतियों को परखने के उद्देश्य से उत्तराखंड राज्य में व्यापक राज्य स्तरीय मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। यह मॉक ड्रिल यात्रा मार्ग के महत्वपूर्ण पड़ावों और संवेदनशील स्थानों पर आयोजित की गई, जहाँ विभिन्न आपदाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली SDRF व अन्य बचाव एजेंसियों ने अपनी तैयारियों का मूल्यांकन किया।
श्री अर्पण यदुवंशी, सेनानायक, SDRF के निर्देशानुसार मॉक ड्रिल में SDRF की 16 टीमों ने प्रदेश के विभिन्न जनपदों में भाग लिया। SDRF ने भूस्खलन, सड़क अवरुद्ध, यातायात प्रबंधन, मार्ग बहाव से यात्रियों के फँसने, अग्निकांड, भारी वर्षा, बादल फटने से आई बाढ़, भूकंप, भगदड़, हैली दुर्घटना, सड़क दुर्घटनाओं जैसी विभिन्न घटनाओं में बचाव व राहत कार्यों का व्यावहारिक अभ्यास किया।
इस मॉक ड्रिल के दौरान SDRF ने फायर सर्विस, जिला प्रशासन, सिविल पुलिस, होमगार्ड्स, स्वास्थ्य विभाग तथा अन्य बचाव एवं राहत एजेंसियों के साथ समन्वय स्थापित कर संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए यात्रियों व श्रद्धालुओं को सकुशल रेस्क्यू किये जाने का अभ्यास किया।
श्री अरुण मोहन जोशी, पुलिस महानिरीक्षक, SDRF, उत्तराखंड ने कहा कि “चारधाम यात्रा के दौरान लाखों श्रद्धालु दुर्गम क्षेत्रों में भ्रमण करते हैं, जहां किसी भी आपदा की स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया जीवन रक्षक बन जाती है। SDRF इस प्रकार के अभ्यासों के माध्यम से अपने रेस्पॉन्स टाइम, संसाधनों और समन्वय कौशल को परखती है। यह मॉक ड्रिल, चारधाम यात्रा से पूर्व हमारी तैयारियों की सशक्त झलक है।”
इस मॉक ड्रिल का उद्देश्य चारधाम यात्रा के दौरान आपदा की किसी भी संभावित स्थिति में समन्वित व कारगर प्रतिक्रिया सुनिश्चित करना है।
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