March 13, 2025

राजस्थान के सियासी रण में क्या बीजेपी ने वसुंधरा राजे को किनारे छोड़ दिया?

राजस्थान विधानसभा चुनाव (Rajasthan Election 2023) के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की तरफ से पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने खुद मोर्चा संभाल रखा है।
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जयपुर: राजस्थान विधानसभा चुनाव (Rajasthan Election 2023) के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की तरफ से पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने खुद मोर्चा संभाल रखा है। पार्टी ने दो बार की सीएम वसुंधरा राजे ( Vasundhara Raje) को अभी तक ने पथ्य में रखा है। माना जा रहा था कि वसुंधरा इस बार भी सीएम पद की दावेदार हैं। हालांकि, पार्टी का कहना है कि चुनावों से पहले बीजेपी सीएम का चेहरा घोषित नहीं करती है। लेकिन पार्टी के भीतर दबी जुबान में ये भी चर्चा है कि अगर पार्टी किसी लोकल चेहरे को आगे नहीं करेगी तो उसे अशोक गहलोत जैसे दिग्गज से निपटने में दिक्कत होगी।

बीजेपी को होगा नुकसान?

बीजेपी का मानना है कि पीएम मोदी के प्रचार के मोर्चे पर आने से राज्य के सीएम अशोक गहलोत के सामाजिक न्याय वाली घोषणाओं से निपटने में मदद मिलेगी। हालांकि, सीएम पद को लेकर पार्टी के नेता दबी दुबान में स्वीकार कर रहे हैं कि स्थानीय नेता को सामने नहीं करने के कारण बीजेपी को अशोक गहलोत के सामने नुकसान भी उठाना पड़ सकता है।

नए नेताओं को मैदान में उतार दिया

इस बार बीजेपी ने राजस्थान में दूसरे स्थानीय नेताओं को मौका देने का दांव चला है। राजस्थान चुनाव के लिए घोषित उम्मीदवारों की लिस्ट में पूर्व सीएम राजे का नाम शामिल नहीं होने से भी अटकलों का बाजार गर्म है। हालांकि, राजे ने लिस्ट जारी होने के बाद ट्वीट कर सभी उम्मीदवारों को बधाई दी है। उधर, बीजेपी ने राजे की जगह केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, अर्जुन राम मेघवाल, राजेंद्र राठौर और राज्य के पूर्व बीजेप चीफ सतीश पूनिया को मैदान में आगे बढ़ाया है।

पीएम मोदी ने वोटरों को याद दिलाया कमल निशान!

राजस्थान में बीजेपी का चुनावी प्रचार शुरू हो चुका है। यहां पार्टी चीफ जेपी नड्डा, पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव बी एल संतोष और केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने भी कमान संभाल रखा है। पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने पूरी रणनीति पर नजर रखे हुए हैं। पीएम मोदी अपने भाषण में वोटरों को याद दिला रहे हैं कि कमल ही हमारा कैंडिडेट है। पीएम मोदी के पिछले महीने के इस बयान के बाद राज्य में सीएम कैंडिडेट घोषित करने करने की आशाओं पर पूरी तरह से विराम लग गया था।