- त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव: मतगणना के लिए सभी तैयारी पूरी
- मतगणना कार्य में जुटेंगे 15,024 कार्मिक, 8,926 जवानों पर होगा सुरक्षा का जिम्मा
-मतगणना बृहस्पतिवार को सुबह आठ बजे से हो जाएगी शुरू
-मतदान की तरह मतगणना भी होगी पारदर्शी, निष्पक्ष: आयोग
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में राज्य निर्वाचन आयोग ने मतगणना के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। कुल 10,915 पदों के लिए मतगणना का कार्य 31 जुलाई को सुबह आठ बजे से शुरू हो जाएगा। मतगणना कार्य में 15,024 कार्मिक जुटेंगे, जबकि सुरक्षा व्यवस्था में 8,926 जवानों की तैनाती की गई है। पंचायत चुनाव में कुल 34,151 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
राज्य निर्वाचन आयोग ने कहा है कि जिस तरह से स्वतंत्र व निष्पक्ष मतदान कराया गया है, उसी तरह से मतगणना का कार्य भी पूरी पारदर्शिता से कराया जाएगा। इसके लिए, सभी जरूरी इंतजाम कर लिए गए हैं। राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव राहुल कुमार गोयल के अनुसार-हरिद्वार को छोड़कर राज्य के 12 जिलों के 89 विकासखंडों मंे दो चरणों में हुए मतदान का प्रतिशत 69.16 रहा है। इसमें 64.23 प्रतिशत पुरूष और 74.42 प्रतिशत महिला मतदाता शामिल रहे। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए 24 जुलाई और 28 जुलाई को मतदान कराया गया।
राज्य निर्वाचन आयोग ने कहा है कि जिस तरह से स्वतंत्र व निष्पक्ष मतदान कराया गया है, उसी तरह से मतगणना का कार्य भी पूरी पारदर्शिता से कराया जाएगा। इसके लिए, सभी जरूरी इंतजाम कर लिए गए हैं। राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव राहुल कुमार गोयल के अनुसार-हरिद्वार को छोड़कर राज्य के 12 जिलों के 89 विकासखंडों मंे दो चरणों में हुए मतदान का प्रतिशत 69.16 रहा है। इसमें 64.23 प्रतिशत पुरूष और 74.42 प्रतिशत महिला मतदाता शामिल रहे। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए 24 जुलाई और 28 जुलाई को मतदान कराया गया।
आयोग के सचिव ने बताया कि मतगणना के लिए पूरी तैयारी कर ली गई है। मतगणना की निगरानी प्रेक्षकों एवं जोनल मजिस्ट्रेट तथा पुलिस के अधिकारी करेंगे। सुरक्षा के दृष्टिगत सभी मतगणना केंद्रों पर आवश्यक बैरिकेडिंग कर ली गई हैं। उन्होंने बताया कि रिटर्निंग ऑफिसर के स्तर पर चुनाव परिणाम की घोषणा हो जाने के बाद आयोग की वेबसाइट पर इन्हें प्रदर्शित किया जाएगा।
विजयी जुलूसों पर रहेगा प्रतिबंध, निर्देश जारी
-चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद विजयी जुलूस निकालने पर प्रतिबंध रहेगा। राज्य निर्वाचन आयोग ने जिलों को भेजे लिखित निर्देश में उम्मीदवारों के समर्थन में निकलने वाले जुलूसों पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने के लिए कहा है। जिलों को भेजे पत्र में आयोग ने कहा है कि मतगणना स्थल पर वरिष्ठ व अनुभवी अधिकारी को जोनल मजिस्ट्रेट के रूप में तैनात किया जाएगा। मतगणना केंद्र पर एक पुलिस क्षेत्राधिकारी/प्रभारी निरीक्षक/थानाध्यक्ष की ड्यूटी अनिवार्य रूप से लगाई जाए।
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