साइबर ठगों ने दो लोगों को झांसा देकर ठगे लाखों रुपए, पड़ताल में जुटी पुलिस

Share now

देहरादून में साइबर ठगों ने दो लोगों से लाखों की ठगी कर डाली. जिसके बाद पुलिस पड़ताल में जुटी है.

देहरादून: साइबर ठगों ने निवेश का झांसा देकर एक व्यक्ति से लाखों रुपए की ठगी कर डाली. वहीं दूसरे मामले में साइबर ठगों ने एक बैंक से रिटायर्ड वरिष्ठ नागरिक से 20 लाख रुपए की ठगी कर दी. पीड़ितों की शिकायत के आधार पर साइबर सेल थाना पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.

पहले मामले में अमित विनायक ने साइबर क्राइम स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है कि एक व्यक्ति उन्हें शेयर मार्केट से संबंधित प्रशिक्षण देता था. उसके बाद व्यक्ति ने एक लिंक भेजा और लिंक पर क्लिक करने के बाद पैन नंबर, आधार नंबर, मोबाइल नंबर और अन्य व्यक्तिगत डिटेल भरने के लिए कहा गया और आधार कार्ड अपलोड कराया गया. अंकुश सुरेश जैन नाम के व्यक्ति ने वीडियो वेरिफिकेशन की औपचारिकता पूरी की और उसके बाद एक अन्य लिंक भेजा गया.

जिस पर क्लिक करने के बाद गूगल प्ले स्टोर से एक एप्लीकेशन डाउनलोड कर इंस्टॉल करने के लिए कहा गया. एप के माध्यम से 10 हजार रुपए न्यूनतम धनराशि से ट्रेडिंग शुरू करने के लिए निर्देशित किया गया. उसके बाद ग्रुप के सदस्यों ने खुद को सेबी से लिस्टेड कंपनी का आधिकारिक ट्रेडिंग सलाहकार बताते हुए उन्हें लगातार प्रलोभन दिया गया. 10 सितंबर को पीड़ित ने अंकुश सुरेश जैन के खाते में 25 हजार रुपए ट्रांसफर किए, जिसमें उन्हें 10 से 15 प्रतिशत मुनाफा दिखाया गया.

उसके बाद 27 सितंबर तक पीड़ित ने 58 लाख 48 हजार रुपए जमा किए. लेकिन जब पीड़ित में रकम निकालने की बात कही तो उनसे कहा गया कि 20 लाख रुपए और जमा करने पर ही वह निकासी कर सकेंगे. पीड़ित को ठगी का एहसास होने पर साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई.

दोनों मामलों में पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. साथ ही साइबर पुलिस द्वारा जिन खातों में रुपए ट्रांसफर हुए उन खातों की जांच की जा रही है.
कुश मिश्रा, सीओ, साइबर

रिटायर्ड बैंक कर्मी से ठगी: दूसरे मामले में एक बैंक से रिटायर्ड वरिष्ठ नागरिक टेक चंद्र निवासी सिद्धार्थ विहार कंडोली ने शिकायत दर्ज कराई है कि उनका खाता एक बैंक में है और वो साल 2018 में बैंक से रिटायर हुए थे. 29 अक्टूबर को वह अपना फेसबुक अकाउंट चला रहे थे, इस दौरान फेसबुक पर गेट लाइफ सर्टिफिकेट अपडेट नाम से एक विज्ञापन दिखाई दिया. इसमें ऑनलाइन बैंक लाइफ सर्टिफिकेट बनाने के लिए अपडेट नाउ बटन पर क्लिक करने के बाद एक मोबाइल नंबर दिया गया.

पीड़ित ने इस नंबर पर कॉल किया तो एक अज्ञात नंबर से एपीके फाइल भेजी गई. अज्ञात व्यक्ति ने उन्हें वीडियो कॉल करके खुद को बैंक का अधिकारी बताया. साइबर ठग ने उनसे बैंक और एटीएम की डिटेल्स जैसे एटीएम नंबर, पिन नंबर आदि डलवाई और अचानक बैंक खाते से लिंक 6 एफडीआर को अज्ञात व्यक्ति ने तोड़कर बैंक खाते से चार बार में 20 लाख रुपए निकाल लिए. पीड़ित को ठगी का अहसास होने पर साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई.