धोखाधड़ी और गबन का बड़ा मामला: रेडिएंट कैश मैनेजमेंट कंपनी के कैश एक्जीक्यूटिवों पर मुकदमा दर्ज
देहरादून।
रेडिएंट कैश मैनेजमेंट सर्विसेज लिमिटेड कंपनी में काम कर रहे तीन कैश एक्जीक्यूटिवों द्वारा करोड़ों रुपये की रकम गबन करने और बैंक की नकली मुहर लगाकर जाली रसीदें तैयार करने का मामला सामने आया है। कंपनी की ओर से थाना नेहरू कॉलोनी पुलिस को तहरीर सौंपी गई, जिसके आधार पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
कंपनी की तहरीर के अनुसार—
अमित कुमार निवासी मुजफ्फरनगर, यूपी ने 11 अगस्त 2025 को एयर प्लाजा, लाल पुल, देहरादून से ₹13,69,360 की नकदी वसूली, जिसे उसने बैंक में जमा न कर जाली मुहर लगाकर फर्जी रसीद अपलोड की।
विनोद सिंह नेगी निवासी डालनवाला, देहरादून ने 01 से 08 अगस्त 2025 के बीच कुल ₹16,30,514 की राशि जमा न करते हुए एसबीआई बैंक की नकली मुहर से रसीद तैयार कर कंपनी को धोखा दिया। इससे पहले भी वह ₹9,52,350 जमा करने में विफल रहा था। कुल मिलाकर उसके ऊपर ₹25,82,864 के गबन का आरोप है।
देवेंद्र कुमार निवासी प्रेमनगर, देहरादून पर आरोप है कि उसने 01 से 15 जून 2025 के बीच विभिन्न ग्राहकों से एकत्रित ₹10,41,747 रुपये बैंक में जमा न करके अपने व्यक्तिगत उपयोग में खर्च किए।
कंपनी की आंतरिक जांच में यह भी सामने आया कि अमित कुमार और विनोद सिंह नेगी ने गबन की बात स्वीकार कर ली थी और रकम लौटाने का वादा भी किया था, लेकिन अब तक पैसा वापस नहीं किया गया।
कंपनी का कहना है कि इन आरोपियों ने न केवल कंपनी को आर्थिक नुकसान पहुंचाया, बल्कि उसकी साख और प्रतिष्ठा को भी धूमिल किया है। तहरीर में पुलिस से मांग की गई है कि आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी, आपराधिक विश्वासघात और बैंक की रसीदों/मोहर की कूटरचना से संबंधित धाराओं में कठोर कार्रवाई की जाए। मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच पुलिस ने शुरू कर दी है।
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